Jharkhand Polytechnic Sphere ( गोला ) Question Answer 2023: Jharkhand Polytechnic Sphere Important Question Answer, polytechnic entrance previous question papers with answers, Jharkhand polytechnic entrance previous question papers with answers, Jharkhand polytechnic sphere ka question paper, Jharkhand Polytechnic Question Bank, polytechnic Math ka question, polytechnic MCQ questions in Hindi, polytechnic model paper in Hindi Jharkhand board, polytechnic model paper 2023 pdf, model paper 2023 polytechnic, model paper 2023, Math ka objective question in Hindi, Polytechnic Math ka objective,
1. एक गोले का सम्पूर्ण पृष्ठ 367 वर्ग सेमी है, तो इसका आयतन है
(a) 277 घन सेमी
(b) 367 घन सेमी
(c) 300 घन सेमी
(d) 457 घन सेमी
Answer ➞ 【B】 |
2. धातु की एक खोखली गेंद का बाहरी व्यास 6 सेमी है तथा उसकी मोटाई 1/2 सेमी है, इस गेंद का आयतन है ( π = 22/7 लीजिए)
(a) 33 सेमी³
(b) 402 सेमी³
(c) 418 सेमी³
(d) 472 सेमी³
Answer ➞ 【D】 |
3. किसी गोले तथा अर्द्धगोले के सम्पूर्ण पृष्ठ में अनुपात ज्ञात कीजिए।
(a) 3:4
(b) 3:3
(c) 4:3
(d) 4:4
Answer ➞ 【C】 |
4. एक गोले का आयतन पहले से 8 गुना हो जाता है, तो उसकी त्रिज्या कितनी कर दी गई?
(a) तीन गुनी
(b) दोगुनी
(c) चार गुनी
(d) पाँच गुनी
Answer ➞ 【B】 |
5. एक घन तथा उसी के अन्दर बने एक गोले के आयतनों का अनुपात, यदि गोला घन की सभी भुजाओं को छूता है, हो
(a) 12:π
(b) 6:π
(c) 4:π
(d) 3:π
Answer ➞ 【B】 |
6. 6 सेमी त्रिज्या के एक ठोस गोले को पिघलाकर 0.1 सेमी त्रिज्या का तार खींचा गया है। तार की लम्बाई होगी
(a) 72 मी
(b) 288 मी
(c) 144 मी
(d) 220 मी
Answer ➞ 【B】 |
7. ‘r’ सेमी अर्द्धव्यास वाले ठोस को छीलकर एक घन बनाना है। इस प्रकार बने बड़े-से-बड़े घन की एक भुजा का मान होगा
(a) r√3 सेमी
(b) 2r√3 सेमी
(c) 2r/√2 सेमी
(d) r/√2 सेमी
Answer ➞ 【B】 |
8. 4 सेमी त्रिज्या वाले 16 सेमी ऊँचे एक लोहे के ठोस बेलन से 2 मिमी त्रिज्या की ठोस गोलियाँ बनाई जा सकती हैं ।
(a) 20000
(b) 22000
(c) 24000
(d) 28000
Answer ➞ 【C】 |
9. धातु के एक खोखले गोले का बाहरी व्यास 8 सेमी है तथा वह जिस धातु का बना है, उसकी मोटाई 2 सेमी है। उसके निर्माण में लगी धातु का आयतन (घन सेमी में) है
(a) 200
(b) 220.66
(c) 234.66
(d) 240
Answer ➞ 【C】 |
10. लकड़ी का एक लटू इस प्रकार बनाया जाता है कि उसका एक सिरा अर्द्धगोलाकार है तथा इसका दसरा सिरा शंक का शीर्ष है। यदि लटू 7 सेमी ऊँचा है और अर्द्धगोलाकार भाग 6 सेमी व्यास का है, तो उसमें लकड़ी लगी होगी
(a) 54π सेमी³
(b) 30π सेमी³
(c) 48π सेमी³
(d) 72π सेमी³
Answer ➞ 【B】 |
11. 10 सेमी व्यास के गोले का भार 7.5 किग्रा है। उसी पदार्थ के गोले का, जिसका व्यास 6 सेमी है, भार है ।
(a) 2.16 किग्रा
(b) 2.70 किग्रा
(c) 4.5 किग्रा
(d) 1.62 किग्रा
Answer ➞ 【D】 |
12. एक गोले का आयतन एक बेलन, जिसकी ऊँचाई उसकी अनुप्रस्थ काट के व्यास के बराबर है, के आयतन से तीन गुना है। गोले की त्रिज्या का बेलन के अर्द्धव्यास पर अनुपात है । ।
(a) √9:√2
(b) 2:9
(c) 9:2
(d) ∛9:∛2
Answer ➞ 【D】 |
13. एक अखंगोला एवं एक शंकु समान आधारों पर खड़े है तथा शंकर ऊँचाई आधार के व्यास के बराबर है। अर्धगोले एवं शंकु के आयतन अनुपात है
(a) 1:4
(b) 1:3
(c) 1:1
(d) 1:2
Answer ➞ 【C】 |
14 कठोरता मापन के परीक्षण में 10 मिमी व्यास की इस्पात से बनी गेंद को एक प्लेट पर दबाया गया तथा दबे क्षेत्र का व्यास 6 मिमी मापा गया। यदि 6000 किग्रा का भार लगाया गया हो, तो सम्बन्ध भार/दबे क्षेत्र का वक्र क्षेत्रफल द्वारा ज्ञात की गई कठोरता संख्या का मान लगभग था
(a) 174
(b) 159
(c) 83
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
Answer ➞ 【B】 |
15. एक गोले का समतल परिच्छेद केन्द्र से 7 सेमी दूर है और परिच्छेद का क्षेत्रफल 1447 सेमी है। उस परिच्छेद का. जो केन्द्र से 5 सेमी की दूरी पर है, क्षेत्रफल होगा
(a) 100π सेमी²
(b) 168π सेमी²
(c) 169π सेमी²
(d) 204π सेमी²
Answer ➞ 【B】 |
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